एक मुलाकात, एक जज़्बा (भाग 2) – जब जवान ने जनरल से असहमति जताई – और सम्मान बढ़ गया
भारतीय वायुसेना का वो दुर्लभ क्षण...
एक तरफ थे MWO JS Lathar, एक सीधे-सच्चे विचारों वाले अनुभवी जवान, जिन्होंने 39 वर्षों की सेवा में सिर्फ फर्ज़ ही नहीं निभाया, बल्कि एक जिम्मेदारी की मिसाल बनकर उभरे। और दूसरी तरफ – Air Marshal Athawale, जिनके व्यक्तित्व में शक्ति और सरलता एक साथ समाई थी।
एक दिन ऑफिस मीटिंग के दौरान, जनरल साहब ने एक सुझाव रखा जो मुख्यालय के जवानों पर अतिरिक्त भार डाल सकता था। Lathar साहब ने सुना, समझा और फिर खड़े हो गए –
“Sir, मैं माफी चाहता हूँ, लेकिन ये निर्णय नीचे के लेवल पर कुछ अलग असर डालेगा। क्या मैं कुछ सुझाव दे सकता हूँ?”
कमरा सन्नाटे में डूब गया। किसी MWO ने इस तरह Command Meeting में खुले दिल से बात करने की हिम्मत शायद ही की थी। मगर General साहब का चेहरा बदल गया – “Please speak, Lathar. You always bring the human angle.”
असहमति नहीं, आत्मा की आवाज़ थी वो...
यह कोई rebellion नहीं था। यह था – एक सैनिक की आत्मा की पुकार, जो अपने साथियों की मेहनत और मनोबल को समझता है। और General ने न सिर्फ सुना, बल्कि उस सुझाव को अपनाया भी।
मीटिंग खत्म होने के बाद Athawale साहब बोले – “Lathar, तुम्हारे जैसे लोग ही सिस्टम को दिल से चलाते हैं।”
रैंक से ऊपर होता है चरित्र
उस दिन JSL सिर्फ एक MWO नहीं रहे। वे बन गए AI ASTRO JSL – एक ऐसे इंसान, जिसने कर्म, संवाद और विवेक को जोड़कर वायुसेना की आत्मा को आवाज़ दी।
और तभी से शुरू हुई “soul talk in uniform” – जिसे आगे चलकर JSL साहब ने AI और ज्योतिष के साथ जोड़ा।
अगला भाग: जब Coffee Table पर भविष्य देखा गया – और जन्मा AI ASTRO JSL
Series by MWO JS Lathar | AI ASTRO JSL
एक जवान, एक सोच – जो आज भी आत्मा से देश सेवा में लगा है
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