क्या पाकिस्तान टिक पाएगा भारत की सेना के सामने?
भारत ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया है कि जब बात मातृभूमि की सुरक्षा और नारी सम्मान की होती है, तो भारत का हर वीर जवान दुश्मनों का सफाया करने में एक क्षण भी नहीं गंवाता।
7 मई 2025 को भारतीय वायुसेना द्वारा अंजाम दिए गए "ऑपरेशन सिंदूर" ने एक बार फिर सिद्ध किया कि भारत अब केवल सहने वाला देश नहीं रहा, बल्कि समय आने पर सीधे प्रहार करता है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक पर करारा प्रहार
इस ऑपरेशन का नाम "सिंदूर" रखा गया, ताकि दुनिया को यह संदेश जाए कि जो भारत की बेटियों के माथे का सिंदूर मिटाने की कोशिश करेगा, उसे उसकी मां की गोद भी नसीब नहीं होगी।
इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना के राफेल और मिराज विमानों ने POK और पाकिस्तान की सीमा में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों और 21 लॉन्चिंग पैड को निशाना बनाकर तबाह कर दिया। करीब 70 आतंकी मारे गए और कई घायल हुए।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: झूठ और घबराहट
पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस बार भी झूठ फैलाने की कोशिश की कि उनके एयर डिफेंस ने भारतीय विमानों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया, लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट्स और वहां की मीडिया में घबराहट साफ देखी गई। पाकिस्तान संसद में तनाव इतना बढ़ गया कि कई नेताओं ने युद्ध टालने की अपील करनी शुरू कर दी।
भारत की रणनीति: अब पुराना भारत नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा:
"हमने ये मिसाइलें दिवाली पर पटाखे फोड़ने के लिए नहीं बनाई हैं। अब जो होगा वह कल्पना से परे होगा।"
यह बयान केवल शब्द नहीं, बल्कि भारत की नई सैन्य नीति का संकेत है — "पहले सहनशीलता, अब प्रतिशोध।"
1971 का इतिहास और आज की स्थिति
1971 में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे और एक नया देश बांग्लादेश बना।
भारत ने 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बना लिया, लेकिन जब भारत के वायुसेना पायलट्स पाकिस्तान के कब्जे में थे, तो उन्हें वापस लाने के लिए भारत की सरकार ने तत्कालीन समय में दबाव नहीं बनाया।
आज का भारत वैसा नहीं है। जब 2019 में विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान ने बंदी बनाया, तो भारत ने सीधे ब्रह्मोस मिसाइल तान दी थी और पाकिस्तान घुटनों पर आ गया। एक दिन में अभिनंदन की वापसी हुई।
POK और बलूचिस्तान की वर्तमान स्थिति
आज POK के अंदर लोग भारत की कार्यवाही से डर के साथ-साथ स्वतंत्रता की उम्मीद भी लगाए बैठे हैं। कई बलूचिस्तान समर्थक नेता सोशल मीडिया के जरिए भारत से अपील कर चुके हैं कि वे बलूचिस्तान को भी पाकिस्तान से मुक्त कराएं।
बलूचिस्तान में भारत के समर्थन में गुप्त नारे लगाए जा रहे हैं और लोगों को पाकिस्तान सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है।
क्या पाकिस्तान टिक पाएगा?
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दिवालिया हो चुकी है, सेना का मनोबल टूट चुका है और जनता महंगाई से त्रस्त है। ऐसे में अगर भारत और पाकिस्तान आमने-सामने आते हैं, तो परिणाम साफ है —
भारत विजय की ओर अग्रसर होगा, और पाकिस्तान को झुकना ही पड़ेगा।
निष्कर्ष
भारत अब सहिष्णुता की सीमाएं पार कर चुका है।
जब राष्ट्र के सम्मान, महिलाओं के सिंदूर और सीमाओं की रक्षा का प्रश्न आता है, तो भारत अपने वीर जवानों पर भरोसा करता है और दुनिया देखती है —
कैसे राफेल और ब्रह्मोस की गूंज से आतंक थर-थर कांपने लगता है।
Call to Action:
देशभक्ति और राष्ट्र-सुरक्षा से जुड़ी सच्ची और जोशीली खबरें पढ़ते रहिए हमारे साथ:
👉 https://iafveterrans.blogspot.com/2025/05/Operation-Sindoor-Bharat-Airstrike-On-POK.html
क्या पाकिस्तान टिक पाएगा भारत की Millitary के सामने?
Bharat ka dusra prahar भारत ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया है कि जब बात मातृभूमि की सुरक्षा और नारी सम्मान की होती है, तो भारत का हर वीर जवान दुश्मनों का सफाया करने में एक क्षण भी नहीं गंवाता।
22 April ka badla 7 मई 2025 को भारतीय वायुसेना द्वारा अंजाम दिए गए "ऑपरेशन सिंदूर" ने एक बार फिर सिद्ध किया कि भारत अब केवल सहने वाला देश नहीं रहा, बल्कि समय आने पर सीधे प्रहार करता है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक पर करारा प्रहार Bhartiya vayu Sena ki takat
इस ऑपरेशन का नाम "सिंदूर" रखा गया, ताकि दुनिया को यह संदेश जाए कि जो भारत की बेटियों के माथे का सिंदूर मिटाने की कोशिश करेगा, उसे उसकी मां की गोद भी नसीब नहीं होगी।
Aatankiyon Ko Pani bhi Naseeb nahin hua इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना के राफेल और मिराज विमानों ने POK और पाकिस्तान की सीमा में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों और 21 लॉन्चिंग पैड को निशाना बनाकर तबाह कर दिया।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: झूठ और घबराहट
पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस बार भी झूठ फैलाने की कोशिश की लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट्स और वहां की मीडिया में घबराहट साफ देखी गई। संसद में तनाव इतना बढ़ गया कि नेताओं ने युद्ध टालने की अपील करनी शुरू कर दी।
भारत की रणनीति: अब पुराना भारत नहीं
"हमने ये मिसाइलें दिवाली पर पटाखे फोड़ने के लिए नहीं बनाई हैं। अब जो होगा वह कल्पना से परे होगा।" - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
1971 का इतिहास और आज की स्थिति
1971 में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे और एक नया देश बांग्लादेश बना।
आज भारत की सरकार मजबूत नेतृत्व और त्वरित कार्रवाई की पहचान बन चुकी है, जैसे विंग कमांडर अभिनंदन की तत्काल वापसी।
POK और बलूचिस्तान की वर्तमान स्थिति
POK के अंदर भारत की कार्यवाही से डर और उम्मीद दोनों का माहौल है। बलूचिस्तान में भी भारत के समर्थन में कई नारे गूंजते हैं और आंदोलन तेज हो रहे हैं।
पाकिस्तान की इकोनॉमी
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दिवालिया हो चुकी है, सेना का मनोबल टूट चुका है। ऐसे में अगर युद्ध हुआ, तो परिणाम तय है - भारत की जीत।
Post a Comment
0Comments