Air Force Association के वार्षिक दिवस पर मार्शल Jaggi साहब की हुंकार: जोश ओर जज्बा था बरकरार
यहाँ Vice Chairman Air MSHL Jagjeet Singh द्वारा दिए गए प्रेरणादायक और गहन भाषण का प्रसारण:
1. भाषण की शुरुआत और यूनिफॉर्मधारी सैन्यजनों के लिए सम्मान
उद्धरण:
“जो हमारे यूनिफार्म वाले लोग यहां बैठे हैं उनके लिए आपने बहुत हौसला अफजाई के शब्द बोले हैं।”
विवरण:
Sir Jagjeet Singh ने वायु सेना, थल सेना और नौसेना के उपस्थित अधिकारियों का उल्लेख करते हुए उनके समर्पण और योगदान को सराहा। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ऐसे शब्द सैनिकों का मनोबल बढ़ाते हैं।
2. Marshal of the Air Force Arjan Singh: एक जीवित प्रेरणा
उद्धरण:
“जिस दिन तक मार्शल जीवित थे उस दिन तक वो यूनिफार्म पहन रहे थे…”
विवरण:
Marshal Arjan Singh एक अनुकरणीय नेता थे जो अपनी आखिरी सांस तक यूनिफॉर्म में नजर आते रहे। नई पीढ़ी के लिए वे प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। उनके चरित्र, अनुशासन और समर्पण का स्मरण सभी वायु सैनिकों के लिए एक मार्गदर्शक की तरह है।
3. ट्रस्ट की स्थापना और परमानंद की भावना
उद्धरण:
“2004 में मार्शल ने अपनी पर्सनल सेविंग से ₹2 करोड़ का योगदान दिया।”
विवरण:
मार्शल साहब ने अपनी निजी बचत से ₹2 करोड़ और उनकी पत्नी मिसेज तेजी अर्जुन सिंह ने ₹25 लाख का योगदान देकर एक ट्रस्ट की स्थापना की। यह दान केवल ‘आनंद’ नहीं बल्कि ‘परमानंद’ की भावना से किया गया—जिसमें व्यक्ति बिना किसी पहचान की चाहत के सिर्फ भलाई के लिए देता है।
4. ग्रुप कैप्टन करण सिंह भाटी और विंग कमांडर सरन का योगदान
उद्धरण:
“मैं ग्रुप कैप्टन भट्टी साहब को क्रेडिट देना चाहता हूं…”
विवरण:
- Grp. Capt. K. S. Bhatti: फाउंडेशन ट्रस्ट डीड के निर्माता, 21 वर्षों से बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सबसे लंबे समय से सेवा दे रहे सदस्य, और ट्रस्ट के लिए IT एक्सेम्पशन प्राप्त करवाने वाले।
- Wg. Cdr. Saran: ट्रस्ट के पहले मैनेजर, मार्शल द्वारा व्यक्तिगत रूप से चयनित। 12 वर्षों तक पूरी निष्ठा से सेवा की। आज भी ट्रस्ट की नीतियां उनके बनाये प्रारूपों पर आधारित हैं।
5. ट्रस्ट की वित्तीय पारदर्शिता और प्रभाव
उद्धरण:
“20 साल में ₹5 करोड़ वितरित किए, ₹5 करोड़ अभी भी शेष हैं।”
विवरण:
ट्रस्ट की नीति रही है कि मूलधन को न छुआ जाए और केवल ब्याज से ही वेटरन्स की सहायता की जाए। यह वित्तीय अनुशासन Marshal Arjan Singh के विचारों का आदर्श उदाहरण है।
6. Marshal Arjan Singh: विनम्रता और सेवा का प्रतीक
उद्धरण:
“ही वुड नेवर से नो टू एनीवन…”
विवरण:
Marshal Arjan Singh बेहद विनम्र और सहज व्यक्तित्व थे। चाहे कोई जूनियर अधिकारी हो या कोई आम व्यक्ति, वे हर किसी को समय देते थे, उन्हें ध्यानपूर्वक सुनते और मदद करते। उनकी सेवाभावना और समर्पण अतुलनीय था।
7. प्रेरणा बनती उनकी सिख परंपरा और 'दशमांश' दान
उद्धरण:
“आप लोगों की सिख परंपरा में एक दशमंद का हिस्सा होता है।”
विवरण:
Sir Jagjeet Singh ने बताया कि कैसे सिख परंपरा में आय का 10% धर्म/समाज के लिए समर्पित करने की परंपरा है। Marshal के पुत्र डॉ. अरविंद सिंह ने इसी भावना से ट्रस्ट को ₹50 लाख का योगदान किया।
8. ट्रस्ट का प्रभाव और राष्ट्रीय योगदान
उद्धरण:
“भारत ने मेरे को इतना कुछ दिया है… मैं अपने वेटरन्स के लिए ₹2.5 करोड़ छोड़ के जा रहा हूं।”
विवरण:
Marshal ने कहा था कि उन्होंने जो कुछ भारत से पाया, उसका ऋण चुकाने के लिए अपने साथियों—वेटरन्स—के लिए ट्रस्ट के रूप में ये योगदान छोड़ रहे हैं। यह कथन उनकी कृतज्ञता और कर्तव्य भावना को दर्शाता है।
9. समापन: विनम्र आभार और प्रेरणादायक भावनाएं
उद्धरण:
“हम एक दफा फिर से आपके आभारी हैं सर…”
विवरण:
Sir Jagjeet Singh ने अपने भाषण का समापन माननीय रक्षा मंत्री को धन्यवाद देते हुए किया और कहा कि वे इस अवसर को दूसरी बार स्वीकार कर उपस्थित हुए, इसके लिए वे सदा आभारी रहेंगे।
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